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Process of train stoppage on a station (एक स्टेशन पर ट्रेन के रुकने की प्रक्रिया)

I hope you are aware of that what is the processer of train stoppage on a station. If not then have a look here. 

There is a policy in the Indian railway system, where train stoppage decision will be decided to make it yes or no. There are multiple factors behind adding a new stoppage in the route. The first policy for this has been made in 1987. After that, it revised again in 1991, 1992 and now in 2005. 

 As per1987 Policy, while a decision of any stoppage for a particular train part from the sales of tickets, zonal railway take consideration of population of the town/city, Number of trains stoppage, continence of existing service, any new development took place in that area. 

As per the provision of 2005, a stoppage of train on a station costs around INR 4376/ to 5396/ depends upon multiple factors i.e. the train type and transactions etc. So the train should cover the stoppage cost as mentioned above.  A minimum or more 40 sleeper class tickets per train per day for a distance of 500 km or its equivalent fare in case of other classes of travel, must be sold to recover the cost. 

No stoppage should be provided if the train is passing at odd hours of station. No stoppage should provide in the urban section for the long-distance train. No stoppage should provide in the section if having capacity utilization above 90%.  

Again there was one more new provision done in this in 2015. As per the new provision, a stoppage of train costs around INR 4376/ to 5396/ had been revised to INR 12716/ to  24506/. 


There was one more provision made in 2006. As per railway, The demand for a new stoppage for the train is going never-ending process. It made an additional burden on the railway as per cost, Punctuality of train and others train on the route, load on the station and operational utilization. 

As per this provision, any new stoppage for any mail/express train should be recommended by Zonal railways in the zonal territory along with withdrawn of an existing stoppage. 

For Rajdhani, Shatabdi and other trains stoppage will be announced at the time of train starting only. 



----------IN HINDI ---------

मुझे आशा है कि आप इस बात से अवगत होंगे कि किसी स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव की नियमन प्रक्रिया क्या है। अगर नहीं तो आइये देखते हैं ।

भारतीय रेलवे प्रणाली में एक नीति है, जहां ट्रेन के ठहराव का निर्णय  का हां या ना करने के लिए फैसला किया जाता है । रेल के मार्ग में एक नया ठहराव जोड़ने के पीछे कई कारक होते हैं। इसके लिए पहली नीति 1987 में बनाई गई थी । इसके बाद, यह 1991, 1992, 2005 और अब 2006 तक कई बार संशोधित की गई है ।

1987 नीति के अनुसार, टिकटों की बिक्री से एक विशेष ट्रेन के हिस्से के लिए किसी भी ठहराव का निर्णय लेते समय, जोनल रेलवे शहर / शहर की आबादी, ट्रेनों के ठहराव की संख्या, मौजूदा सेवा की निरंतरता, किसी भी नए विकास का ध्यान रखता है।

2005 के प्रावधान के अनुसार, स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव 4376/ से 5396/ भारतीय रुपए के आसपास होता है | यह कई कारकों पर निर्भर करता है यानी ट्रेन का प्रकार और टिकट की बिक्री आदि। इसलिए ट्रेन को ऊपर बताए गए अनुसार ठहराव लागत को कवर करना चाहिए। प्रति ट्रेन प्रति दिन एक न्यूनतम या अधिक 40 स्लीपर क्लास के टिकट  500 किमी की दूरी के लिए या यात्रा के अन्य वर्गों के मामले में इसके समकक्ष किराया, ठहराव की लागत वसूलने के लिए बेचा जाना चाहिए।

यदि ट्रेन असमय (मध्य रात्रि ) से स्टेशन गुजर रही है तो कोई ठहराव प्रदान नहीं किया जाना चाहिए। लंबी दूरी की ट्रेन के लिए शहरी खंड में कोई ठहराव प्रदान नहीं करना चाहिए। 90% से अधिक क्षमता उपयोग होने पर अनुभाग में कोई ठहराव प्रदान नहीं करना चाहिए।

फिर 2015 में इसमें एक और नया प्रावधान किया गया था। नए प्रावधान के अनुसार, ट्रेन का ठहराव जो की 2005 के अनुसार 4376/ से 5396/ भारतीय रुपए के आसपास था। इसे संशोधित करके 12716/ से 24506/ भारतीय रुपए किया गया।


2006 में एक और प्रावधान किया गया था। रेलवे के अनुसार, ट्रेन के लिए एक नए ठहराव की मांग कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है। इसने रेलवे पर लागत के अनुसार अतिरिक्त बोझ डाला, रेल की समय प्रणाली पर असर और रेल रुट  पर अन्य रेलों के आवा-गमन में देरी , स्टेशन पर अन्य भार और परिचालन पर असर ।

इस प्रावधान के अनुसार, किसी भी मेल / एक्सप्रेस ट्रेन के लिए किसी भी नए ठहराव को जोनल रेलवे द्वारा क्षेत्रीय क्षेत्र में मौजूदा ठहराव के साथ एक ठहराव को वापस लेने की सिफारिश भी की जानी चाहिए    

राजधानी के लिए, शताब्दी और अन्य ट्रेनों के ठहराव की घोषणा केवल ट्रेन के शुरू होने के समय की जाएगी। 

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